C++ क्या होता है? C++ लैंग्वेज किस काम आती हैं? C प्लस प्लस – 2022
C++ क्या होता है :
यह एक प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है| जो सी लैंग्वेज से बनाई गई है| इसलिए C++ का सिंटेक्स बहुत ही सामान होता है। C की तरह लेकिन इसमें ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड फीचर्स भी होते हैं जो कि अलाऊ करती है प्रोग्रामर को ऑब्जेक्ट क्रिएट करने के लिए कोर्ड के अंदर से।

फीचर्स ऑफ सी प्लस प्लस
- सिंपल भाषा = यहां एक सरल भाषा है क्योंकि यह सर्चेत दृष्टिकोण (भागों में समस्या को तोड़ने के लिए) लाइब्रेरी फंक्शन का समृद्ध सेट डेटा संग्रह आदि प्रदान करता है।
- रिच लाइब्रेरी = सी प्लस प्लस बहुत सारे इनबिल्ट फंक्शन प्रदान करता है जो विकास को तेज करता है।
- मेमोरी प्रबंधक = यह डायनेमिक मेमोरी बांटने की सुविधा को समर्थन करता है| सी प्लस प्लस लैंग्वेज में हम फ्री फंक्शन को कॉल करके किसी भी समय बटी हुई मेमोरी को फ्री कर सकते हैं।
- स्पीड = C++ लैंग्वेज संख्या को किसी ग्राम को जोड़ने और नियम के अनुसार किसी कार्य को करने का समय तेज करता है।
- पॉइंटर्स = सी प्लस प्लस प्वाइंटर्स की सुविधा प्रधान करता है| हम सीधे पॉइंटर का उपयोग करके मेमोरी के साथ इंटरेक्ट कर सकते हैं| हम प्वाइंटर का उपयोग मेमोरी, फंक्शन, आर्या आदी के लिए कर सकते हैं।
डिफरेंस बिटवीन सी एंड सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग
(C)
- यह एक प्रोसीजरल ओरिएंटेड लैंग्वेज है।
- C केवल पैइंटर को सपोर्ट करती है।
- यह आपको अलाउड नहीं करती फंक्शंस को और लोडिंग यूज़ करने के लिए।
- C बिल्ड इन डाटा टाइप को सपोर्ट करता है।
- यहां टॉप डाउन प्रोग्रामिंग अप्रोच को फॉलो करता है
- प्रिंटएफ और c-scan यूज़ होते हैं स्टैंडर्ड इनपुट और आउटपुट के लिए ।

(C++)
- यह ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है।
- यहां प्वाइंटर और रेफरेंस दोनों को सपोर्ट करती है।
- यह फंक्शन ओवरलोडिंग को अलाव करती है।
- C++ बिल्ड इन और उसके साथ यूजर डिफाइंड डाटा टाइप को भी सपोर्ट करती है।
- यह टॉप आप प्रोग्रामिंग अप्रोच को फॉलो करती है।
- C++ के अंदर सी इन और सी आउट स्टैंडर्ड इनपुट एंड आउटपुट ऑपरेशन के लिए दिए जाते हैं।
सी प्लस प्लस लैंग्वेज डिमांड इन 2021
C++ का मैक्सिमम यूज एप्लीकेशन डेवलपमेंट में होता है| यह एप्लीकेशन किसी भी एरिया को किसी भी डिवाइस के लिए हो सकते हैं| चाहे वह गेम डेवलपमेंट हो या क्लाइंट सर्वर एप्लीकेशन या फॉर्म डेवलपमेंट करना तो सभी जगह सी प्लस प्लस का यूज किया जाता है।
यह अन्य प्रोग्रामिंग लैंग्वेज से थोड़ा सा डिफरेंट होता है| पर अगर आपने जावा लैंग्वेज सीखी है तो आप आसानी से सी प्लस प्लस सीख सकते हैं| बीइंग याहू माइक्रोसॉफ्ट और आदि जैसी बड़ी कंपनियां अपने वेबसाइट के लिए इस लैंग्वेज का यूज करती है।
सैलरी ऑफ़ सी प्लस प्लस डेवलपर

इंडिया या दूसरी कंट्री में डेवलपर को सैलरी उनके एक्सपीरियंस पर मिलती है| आपके पास जितना एक्सपीरियंस होगा और यहां फिर आपने जितनी बड़ी कंपनी में काम करके एक्सपीरियंस लिया होगा यह सब डिपेंड करता है कि आपकी सैलरी क्या होगी?
इंडिया में सी प्लस प्लस के डेवलपर्स की सैलरी 2 से 5 लाख सालाना हो सकती है और 6 से 9 साल के एक्सपीरियंस पर 10 से 1400000 लाख सालाना हो सकता है और अगर आपके पास 9 साल से अधिक का एक्सपीरियंस हो तो आप 15 लाख सालाना से भी ज्यादा आसानी से कमा सकते हैं
2020 में असली प्लस प्लस डेवलपर बनना भी एक अच्छा करियर चॉइस हो सकता है।
Leave a Reply